Monday 22 December 2014

एक लाख का लालच दे हिंदू महिलाओं का धर्मांतरण

आगरा। जिले के वेद नगर में धर्मांतरण का मुद्दा अभी शांत भी नहीं हुआ था कि टूंडला के नगला तुलसी क्षेत्र में 20 हिंदू महिलाओं के धर्मांतरण की बात सामने आई है। इन महिलाओं को बच्चों की अच्छी शिक्षा व एक लाख रुपये का लालच देकर ईसाई बनाया गया। अब ये महिलाएं अपने घरों में बाइबिल पढ़ती हैं। घटना का खुलासा होने पर गांव में आक्रोश है। गांव की दो महिलाओं ने पादरियों पर झांसा देने का आरोप लगा तहरीर दी है।
जिला मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर दूर गढ़ी संपत गांव की आबादी करीब 1800 है। यहां हिंदू धर्म की कई जातियां रहती हैं। पिछले एक साल से यहां ईसाई मिशनरियों की गतिविधियां बढ़ गई हैं। नगला तुलसी में आयोजित की जाने वाली धर्मसभा में इन परिवारों की महिलाओं को बुलाया जाता है। इस सभा में जाने वाली श्रीमती देवी का कहना है कि वहां बच्चों की अच्छी शिक्षा और एक लाख रुपये देने की बात कही गई है। क्षेत्र पंचायत सदस्य भूरी देवी भी नगला तुलसी की धर्मसभा में हर रविवार को जाती हैं, जहां चिंगारी लगाना (प्रार्थना) सिखाया जाता है।
अंधविश्वास में फंसी इन महिलाओं को अब हर बीमारी का इलाज चिंगारी लगाने में दिखता है। परिवार के लोगों ने घर में बाइबिल देखा तो धर्मांतरण का शक हुआ। श्रीमती देवी के पति रामप्रकाश व भूरी देवी के पति वीरेंद्र सिंह ने धर्मसभा आयोजित करने वालों पर धोखे व लालच से धर्मांतरण का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि ये महिलाएं सत्संग में जाने की बात कहकर घर से निकलती थीं। शाम को थाने पहुंची महिलाओं व परिजनों को पुलिस टरकाती रही। एसपी पश्चिम बबिता साहू ने कहा कि गांव वालों ने धर्मांतरण की बात से इन्कार किया है। जांच के बाद पता चलेगा।
ये महिलाएं पढ़ रही हैं बाइबिलः
रामवती पत्‌नी बनी सिंह, भूरी देवी पत्‌नी वीरेंद्र सिंह, श्रीमती पत्‌नी रामप्रकाश, विशना देवी पत्‌नी हाकिम सिंह, राकेश कुमारी पत्‌नी राजवीर सिंह, राम दुलारी पत्‌नी ज्वाला सिंह, कस्तूरी पत्‌नी चंद्रवती, सुनीता पत्‌नी निहाल सिंह।
ग्रामीणों का कहना है कि धर्मांतरण कराने वालों को सबक सिखाएंगे। रविवार को खुफिया तंत्र भी सक्रिय हो गया।
पांच यादव परिवारों की घर वापसी
मुरादाबाद। धर्मांतरण की बयार के बीच जिले के पांच परिवारों ने घर वापसी का फैसला लिया है। यादव जाति के ये परिवार ईसाई धर्म में आस्था रखते हुए चर्च जाने लगे थे। रविवार को यादव महासभा ने इन्हें समझाकर हिंदू धर्म में ही रहने के लिए राजी किया। 24 दिसंबर को शुद्धिकरण यज्ञ किया जाएगा। यादव परिवार ने तीन साल पहले ईसाई धर्म अपना लिया था। यादव महासभा के प्रांतीय अध्यक्ष नरेश यादव ने रविवार को पांचों परिवारों के मुखिया से बात की और ईसाई धर्म छोडऩे को राजी किया। इन परिवारों में 21 सदस्य हैं।
आरएसएस ने की निंदा
राष्ट्रीयस्वयं सेवक संघ के प्रांत प्रचारक दिनेश जी ने लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने की निंदा करते हुए कहा कि हिन्दू से ईसाई बनाने के काम में राज्य सरकार खुला संरक्षण दे रही है। आगरा में घर वापसी के कार्यक्रम के बाद स्थानीय प्रशासन ने बिना जांच के नंद किशोर पर मुकदमा करते हुए उन्हें जेल में डाल दिया और एत्मादपुर में हिंदुओं को ईसाई बनाने वाले हरीशंकर के खिलाफ एफआइआर तक अभी दर्ज नहीं की है।

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